भारत का स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। 15 अगस्त का त्यौहार सभी भारतीयों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह भारत का राष्ट्रीय पर्व हैं।
200 साल तक ब्रिटिश साम्राज्य की गुलामी के पश्चात आज के ही दिन 15 अगस्त 1947 को भारत देश आजाद हुआ था। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले में प्रतिवर्ष ध्वजारोहण करते है। हालाँकि ब्रिटिश साम्राज्य से भारत को आजादी दिलाना बहुत कठिन था; लेकिन भारत में कई ऐसे महान लोग और स्वतंत्रता सेनानियों थे जिसके कारण असंभव कार्य संभव हो पाया। उन्होंने ना अपना सुख देखा ना आराम, बस भारत देश और भावी पीढ़ी को आजादी दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया।
काफी सारे आंदोलन करने और बलिदान देने के बाद 15 अगस्त, 1947 को भारत देश आजाद हुआ। आजादी के बाद ही पाकिस्तान अलग बँट गया जो कि हिंसात्मक दंगों को साथ लाया था। सर्वप्रथम भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा 15 अगस्त, 1947 को लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारत का तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) फहराया गया था।
भारत का स्वतंत्रता दिवस 2022

भारत के राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध
भारत के राष्ट्रीय ध्वज की भी अपनी एक खास विशेषता है। भारत का तिरंगा तीन रंगों की पट्टियों से मिलकर बना हुआ है। हर रंग का अपना-अपना एक विशेष महत्व है।
- 👉 भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की जो सबसे ऊपरी पट्टी है वो केसरिया रंग की है जोकि भारत देश की शक्ति और साहस को प्रदर्शित करता है।
- 👉 ध्वज के बीच में सफ़ेद रंग है जो शांति और सत्य को दर्शाता है।
- 👉 आखिरी सबसे नीचे हरा रंग है जो वृद्धि और भूमि की पवित्रता को संबोधित करता है।
राष्ट्रीय ध्वज का महत्व पर निबंध
बीच में सफ़ेद रंग के ऊपर एक अशोक चक्र ☸️ है जिसको विधि का चक्र भी कहते है जो सारनाथ के शेर के स्तम्भ से लिया गया है, जिसका निर्माण सम्राट अशोक ने करवाया था। इसमें 24 तीलियां है जो नीले रंग की है।
राष्ट्रीय गान: Indian National Anthem Lyrics in Hindi
Indian Independence Day in Hindi

प्लासी के युद्ध के कारण एवं परिणाम की विवेचना कीजिए
1757 ई. की प्लासी की लड़ाई और 1764 ई. का बक्सर का युद्ध भारतीयों द्वारा हार जाने के बाद अंग्रेजों ने बंगाल पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा अपने शासन शिकंजा कसा। अपने शासन को और मजबूत करने के लिए अंग्रेजों ने कई नियम (एक्ट) बनाये।
भारतीयों द्वारा 1857 ई. में महान क्रांति की शुरुआत हुई। इसकी शुरुआत 10 मई 1857 ई. में मेरठ से हुई। माना जाता है कि 1857 का जो विद्रोह था वो बहुत बड़ा विद्रोह था। 1858 ई. में भारत का शासन कंपनी के हाथों से छीनकर ब्रिटिश क्राउन अर्थात ब्रिटेन की राजशाही के हाथों सोप दिया गया था। इसके अतिरिक्त महात्मा गांधी द्वारा अहिंसक आंदोलन (सविनय अवज्ञान्दोलन) की शुरुआत भी हुई थी।
इसी बीच भारतीय जनता धीरे-धीरे अपना विकास कर रहे थे और इसके परिणामस्वरूप 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (आई० एन० सी०) का निर्माण हुआ।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 1929 को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई। 1947 में प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली ने यह घोषणा की कि 1948 में ब्रिटिश सरकार भारत को पूर्ण स्वतंत्रता का अधिकार सोपेगी। 1947 ई. के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम के अनुसार भारत को दो अधिक राज्यों में बांटा गया (भारत तथा पाकिस्तान)।
देश को बांटने के बाद महात्मा गांधी की मदद से भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू बने।
भारत देश की स्वतंत्रता के लिए कई वीरों ने देश के प्रति अपना बलिदान दिया। महात्मा गांधी जैसे कई भारतीय देशभक्तों के नेतृत्व में लोगों ने अहिंसक प्रतिरोध और आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
स्वतंत्रता के बाद भारत को दो भागों में बट गया जिससे भारत तथा पाकिस्तान नामक दो नए देशों का उदय हुआ।
भारत विभाजन के बाद अनेक दंगे, हिंसा और अनेक प्रकार की बहुत सारी घटनाएं हुई जिससे बड़ी संख्या में लोगों का विस्थापन हुआ। अधिक मात्रा में जितने भी मुस्लिम धर्म के लोग थे वे पाकिस्तान चले गये और जितने भी हिन्दू और सिख धर्म के लोग थे वह भारत आ गये।
जरूर पढ़ें |
15 August Essay in Hindi |
भारत का स्वतंत्रता दिवस के प्रमुख वचन तथा नारे Independence Day Speech in Hindi
भारत का स्वतंत्रता दिवस का अपना अलग ही एक खास महत्व होता है। भारत देश की स्वतंत्रता के लिए लाखों वीरो ने और अनेक क्रांतिकारीयो ने अपना सहयोग दिया। उनके कुछ नारे तथा वचन इस प्रकार हैं।
भारतीय देशभक्ति नारे और वचन (Desh Bhakti Slogan)
नाम | वचन और नारे |
पंडित जवाहरलाल नेहरू | आराम हराम है |
सुभाष चन्द्र बोस | जय हिन्द |
महात्मा गांधी | करो या मरो |
सुभाष चन्द्र बोस | दिल्ली चलो |
भगत सिंह | इंकलाब जिंदाबाद |
इकबाल | सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा |
लाला लाजपत राय | साइमन कमीशन वापस जाओ |
बंकिम चंद्र चटर्जी | वन्दे मातरम |
राम प्रसाद बिस्मिल |
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
|
सुभाष चन्द्र बोस | तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा |
महात्मा गांधी | भारत छोड़ो |
सरदार वल्लभ भाई पटेल | कर मत दो |
रवीन्द्रनाथ ठाकुर | जन-गण-मन अधिनायक जय है |
श्याम लाल गुप्ता पार्षद | विजयी विश्व तिरंगा प्यारा |
मंगल पांडे | मारो फिरंगी को |
महात्मा गांधी | हे राम |
लाल बहादुर शास्त्री | जय जवान, जय किसान |
भारत का स्वतंत्रता दिवस का इतिहास और महत्व (15 अगस्त 1947 का इतिहास)

भारत में 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले ही देश के राष्ट्रपति द्वारा शाम के समय भाषण पेश किया जाता है। अगले दिन भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर ध्वजारोहण किया जाता है, साथ ही 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है। फिर सभी लोग राष्ट्रगान गाते है।
भारत के लोग स्वतंत्रता दिवस को बड़े ही हर्ष के साथ मनाते है और अपने देश के वीरों को याद करते है जिन्होंने भारत देश को आजाद कराने में अपने प्राणों की आहुति दी। स्वतंत्रता दिवस स्कूलों, कॉलेज और विभिन्न संस्थाओं में बड़े ही उत्साह के साथ मनाते है। स्कूल में बच्चे अनेक प्रकार के सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।
15 अगस्त के दिन पतंग उड़ाने का भी अपना ही एक अलग महत्व है। भिन्न-भिन्न प्रकार और स्टाइलिश पतंगों से भारतीय आकाश भर जाता है। इनमें से कुछ पतंगे तिरंगे के रंग की भी होती है जो भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करती हैं। स्वतंत्रता दिवस को हम भारत की आजादी को याद करने के लिए मनाते है तथा उन वीरों को याद करने के लिए मनाते है जिन्होंने देश को आजाद कराने में अपना योगदान दिया।
स्वतंत्र दिवस पर निबंध: Bharat Ka Swatantrata Diwas
⇓ Essay on Independence Day in Hindi ⇓
हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हमारे देश से प्यार करते है और इसका हिस्सा बनने पर गर्व करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। हम उन लोगों की याद में स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र देने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और हमारे द्वारा प्रदान की गई स्वतंत्रता का भी आनंद लिया। हालांकि, इस दिन भव्य समारोह के लिए केवल यही कारण नहीं हैं, यहाँ विभिन्न कारण है कि हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं और इसका महत्व हमारे लिए है।
हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं (Why We Celebrate Independence Day in Hindi)

1. स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि
स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के मुख्य कारणों में से एक स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान किया ताकि हम स्वतंत्र राष्ट्र में स्वतंत्र रूप से सांस ले सकें। उत्सव उन सभी महान आत्माओं को एक श्रद्धांजलि है।
भाषणों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्यों को बयान करने और हमारे देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया जाता है। उनकी प्रशंसा में गाने गए जाते है और इस दिन आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी उन्हें समर्पित होते हैं।
2. आभारी होना और विनम्र होना
जिन लोगों ने ब्रिटिश शासन काल के दौरान हुए नरसंहार को देखा और उस दौरान जिस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा वह अधिक विनम्र है। उन्होंने जीवन की वास्तविक कठिनाइयों को देखा है और अच्छे समय को महत्व दिया है। युवा पीढ़ी में कृतज्ञता और विनम्र रवैया की यह भावना गायब है। स्वतंत्रता दिवस समारोह वास्तविक दुनिया की समस्याओं के बारे में लोगों को परिचित करने और उन्हें जो कुछ भी दिया गया है उसके लिए आभारी होने का एक तरीका है।
3. स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाएं
स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की सच्ची भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाता है। हमारे देश के नागरिकों की खुशी कोई सीमा नहीं थी क्योंकि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों का भुगतान किया गया था और उन्होंने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की। उन्होंने सच्ची स्वतंत्रता का अनुभव किया और सच्ची स्वतंत्रता की यह भावना प्रत्येक वर्ष मनाई जाती है।
4. पूरे देश के प्रति प्रेम एवं सम्मान
पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के आसपास देशभक्ति की भावना से भर गया है। देश की स्वतंत्रता के लिए एक विशेष दिन समर्पित करना और इसे विभिन्न भागों में मनाना देश के लिए प्यार और सम्मान दिखाने का एक शानदार तरीका है। यह हमारे दिल में अपने देश के लिए प्यार को जिंदा रखने का एक तरीका है।
5. राष्ट्र की सेवा के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें
स्वतंत्रता दिवस समारोह युवा मन को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित करने का एक तरीका है जैसा कि पहले की पीढ़ियों के लोगों ने किया था।
स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्य और उनके देश के प्रति प्रेम और समर्पण युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगाते है और वे जिस भी तरह से चाहें राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित होते हैं। इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस विभिन्न कारणों से मनाया जाता है। सटीक होने के लिए, देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए ये दिन मनाया जाता है और साथ ही साथ स्वतंत्रता की भावना का आनंद लिया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस हमारे देश में एक राष्ट्रीय अवकाश है और इस प्रकार निकट और प्रियजनों के साथ बंधन और एक साथ दिन मनाने का भी समय है।
मेरे देश के लिए⇓ |
देश भक्ति कविता बच्चों के लिए |
ए मेरे वतन के लोगों (देश भक्ति गीत) |
देशभक्ति भाषण, स्पीच और कविता |
15 August 2022 Independence Day Chief Guest Name List
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हर वर्ष 15 अगस्त के दिन दिल्ली में परेड के समय एक चीफ गेस्ट होते हैं। जिनकी मौजूदगी में तिरंगा फहराया जाता है और परेड को शुरू किया जाता है। ये रसम आजादी के समय से ही चली आ रही हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली में होने वाली परेड सबसे अहम होती है जिसे बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में होने वाले इस परेड को देखने के लिए हर साल अलग-अलग देशों से चीफ गेस्ट आते हैं।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विदेशों से चीफ गेस्ट बुलाने के पीछे देश के प्रधानमंत्री का मुख्य उद्देश्य दुनिया को यह संदेश देना है कि हमारे देश में किस भव्य अंदाज में इस राष्ट्रीय पर्व को मनाया जाता हैं।
स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली में परेड देखने के लिए हर साल अलग-अलग चीफ गेस्ट आते हैं। साल 2018 में Nguyễn Xuân Phúc स्वतंत्रता दिवस के दिन चीफ गेस्ट बनकर आए थे। वहीं वर्ष 2019 में Cyril Ramaphosa स्वतंत्रता दिवस के चीफ गेस्ट के रुप में चुने गए थे। 2020 में स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए Jair Bolsonaro को चीफ गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस वर्ष यानी कि 2021 में Prime Minister Boris Johnson चीफ गेस्ट के तौर पर नजर आ सकते हैं। लेकिन यह केवल एक अंदाजा है क्योंकि कोरोना के कारण कुछ साफ नहीं कहा जा सकता है।
15 अगस्त थीम: 15 August Theme 2022
हम सभी 15 अगस्त के राष्ट्रीय पर्व को हर साल मनाते आए है। लेकिन क्या आप जानते है कि हर साल 15 अगस्त की थीम में परिवर्तन होता रहता है। इस थीम को देश के वर्तमान स्थितियों, मुद्दों के अनुसार प्रतिवर्ष Set किया जाता है?
इस वर्ष 2022 में 15 August Theme की बात करें तो इस साल Theme “आत्मनिर्भर भारत अभियान” पर रखी गई है। इसके पीछे का उद्देश्य भारत को अब आत्मनिर्भर बनना है जैसा कि हम जानते है कि हम कई सारी चीजों के लिए आज भी विदेशों पर आश्रित है। इसलिए पिछले कुछ समय में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत कि अपील की थी। अतः आत्मनिर्भर बनने की दिशा में हम एक नागरिक के तौर पर अपने देश में बनी स्वदेशी वस्तुओं को ही खरीदने कि कोशिश करें।
कम से कम हम कोई भी विदेशी प्रोडक्ट हो जो चाइना अमेरिका किसी भी देश का हो, उसका इस्तेमाल कम से कम करें। यदि हम अपने देश में बनी वस्तुओं का इस्तेमाल अधिक करेंगे उन्हें अपनाएं तो हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा और भारत अधिक सशक्त एवं मजबूत राष्ट्र बन पाएगा और कोई भी विदेशी शक्ति हमें कम आंकने की कोशिश नहीं करेगी।
India Independence Day in Hindi (1947)
15 अगस्त 1947 के दिन भारत आजाद हुआ था। 200 वर्षों तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद 1947 में आखिरकार भारत की सत्ता वापस भारतीयों को मिली। इस आजादी को प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने पानी की तरह अपने रक्त को बहा दिया। कई स्वतंत्रता संग्राम लड़े गए जिसमें कई सारे वीर जवान शहीद हो गए।
क्रांति की यह लड़ाई तो 1857 में ही शुरू हो गई थी। लेकिन तब तक अंग्रेजों ने भारत पर पूरी तरह से अपने पैर जमा लिए थे। अतः स्वतंत्रता सेनानियों के लिए अंग्रेजों को भारत से उखाड़ फेंकना मुश्किल हो गया। लेकिन उस समय स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के नागरिकों के मन में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति विद्रोह की भावना का संचार किया। जिससे लंबे समय से ब्रिटिश साम्राज्य के विरोध में पनप रहे आक्रोश को काफी हवा मिली जिसके बाद कई सारे विद्रोह किए गए।
गांधी जी के आने के बाद ब्रिटिश साम्राज्य के विरोध में हो रहे संग्राम ने एक बड़ा मोड़ ले लिया। गांधी जी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन जैसे कई बड़े-बड़े विद्रोह किए गए और भारत छोड़ो आंदोलन के बाद तो अंग्रेज भारत छोड़ने के लिए विवश हो गए और 1947 में आखिरकार 15 अगस्त के दिन उन्होंने भारतीय सत्ता त्याग कर उन्होंने भारतीयों को दे दी और वापस अपने देश चले गए।
दुनिया भारत का स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाती है?
भारत का स्वतंत्रता दिवस को किसी त्योहार से कम नहीं माना जाता। स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किला में तिरंगा फहराकर और इक्कीस तोपों की सलामी देकर स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किला में एनसीसी कैडेट के द्वारा परेड किया जाता है। इस परेड को देखने के लिए भारतवासी पूरा एक साल इंतजार करते हैं।
भारत में तो स्वतंत्रता दिवस बड़े ही भव्य तरीके से मनाया जाता है। साथ ही सारी दुनिया के द्वारा भी स्वतंत्रता दिवस को काफी सम्मान से मनाया जाता है। दुबई में स्थित बुर्ज खलीफा में तिरंगा के रंगों की लाइट जला कर दुबई के तरफ से भारत को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी जाती हैं। सभी देश खास अंदाज में भारत को स्वतंत्रता दिवस के दिन स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हैं।
2022 में 15 अगस्त कैसे मनाया जाएगा?
वर्ष 2022 में हमारा 76वां स्वतंत्र दिवस मनाने जा रहा है।
वर्ष 2022 में हमारा देश 76वां स्वतंत्र दिवस मनाने जा रहा है लेकिन कोरोना वायरस नामक उस बीमारी ने आज पूरे विश्व को जकड़ा हुआ है। अतः इस साल का 15 अगस्त किस तरह मनाया जाएगा अभी भी कई सारे पाठक यह जानना चाहते हैं।
आपको बता दें, इस साल वर्ष 2020 में गृह मंत्रालय ने कुछ गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में कुछ अहम बातें बताई गई है जिससे हम कोरोना की इस जानलेवा बीमारी से बचने के साथ-साथ इस राष्ट्रीय पर्व को सेलिब्रेट कर सके।
- ⇒ इसमें कुछ मुख्य बातों में से एक सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की कहीं गई है।
- ⇒ इसके अलावा संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक न पहुंच पाए इसके लिए Mask पहनना जरूरी है एवं सैनिटाइजिंग की व्यवस्था होनी आवश्यक है।
- ⇒ कमजोर व्यक्तियों का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
- ⇒ इसके साथ ही राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर किस तरीके से 15 अगस्त मनाना है इसकी भी जानकारी इसमें दी गई है। अतः संक्षेप में कहें तो इस बार का 15 अगस्त हर बार की तुलना में कुछ अलग आपको देखने को मिलेगा।
Who is the 1st Freedom Fighter in India
हमारे देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए हजारों नहीं बल्कि उससे भी कई ज्यादा लोगों ने अपने प्राण गवाएं हैं। भारत के स्वतंत्रता के इतिहास में कई सारे स्वतंत्रता सेनानियों का वर्णन किया गया है। अपने देश को अंग्रेजों के चंगुल से छुड़ाने के लिए हिंदू, मुस्लिम, सीख सब एक साथ एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़े थे। लेकिन पहली बार भारत में इंकलाब का ऐलान करने वाले और अंग्रेजों की सत्ता के खिलाफ आवाज उठाने वाले freedom fighter यानी स्वतंत्रता सेनानी का नाम Mangal Pandey है।
मंगल पांडे ने पहली बार अंग्रेजों की सत्ता के विरुद्ध आवाज 1857 के युद्ध में उठाई थी। उसके बाद उनके इस लड़ाई में दूसरे स्वतंत्रता सेनानी भी जुड़ गए। बहुत से लोग मंगल पांडे से पहले स्वतंत्रता सेनानी होने पर सवाल उठाते हैं। लेकिन भारतीय इतिहास में इस बात का वर्णन कहीं भी नहीं किया गया है कि पहला स्वतंत्रता सेनानी कौन था! इसीलिए लोगों के इस विषय पर विभिन्न मत है।
कुछ लोगों का मानना है कि पुली नाडु के शासक पुली पहले स्वतंत्रता सेनानी है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य sivagangai की रानी Rani Velu Nachiyar को पहला स्वतंत्रता सेनानी माना जाता है।
भारत के अलावा 5 देश और हैं जो मनाते है 15 अगस्त के दिन अपना स्वाधीनता दिवस
हम भारतवासी बचपन से 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आए हैं, लेकिन इसके अलावा भी विश्व के अनेक ऐसे देश हैं जहां पर 15 अगस्त के दिन ही स्वाधीनता दिवस मनाया जाता हैं।
इन देशों में कांगो, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, बहरीन और लिचेंस्टीन के नाम शामिल है। बता दें यह तीनों देश पहले भी किसी विदेशी शक्ति के गुलाम बन चुके थे। दक्षिण कोरिया ने जापान से 15 अगस्त वर्ष 1945 में आजादी पाई। जबकि बहरीन ने ब्रिटेन से 15 अगस्त वर्ष 1971 में और कांगो ने फ्रांस से 15 अगस्त वर्ष 1960 में आजादी पाई।
इसलिए भारत के साथ-साथ इन देशों में भी 15 अगस्त के दिन को बड़ी धूम-धाम से स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।
15 अगस्त से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें? Interesting Facts About Independence Day in Hindi
आजादी से जुड़े कई ऐसे महत्वपूर्ण एवं दिलचस्प तथ्य है जिनके बारे में हर भारतीय नागरिक नहीं जानता। तो यहां हम आपके साथ स्वतंत्रता दिवस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें शेयर कर रहे हैं।
एक तरफ देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ था। वहीं दूसरी तरफ आजादी के साथ-साथ भारत के नक्शे से एक नया देश निकल कर आया था (पाकिस्तान) और इसी दौरान कई मुसलमान, हिंदुओं के बीच सांप्रदायिक हिंसा हो रही थी और इस हिंसा को रोकने के लिए महात्मा गांधी जी इस विशेष दिन पर दिल्ली में मौजूद थे।
जब यह तय हो गया कि 15 अगस्त भारत की आजादी का दिन होगा तो उसी दिन जवाहरलाल नेहरू एवं सरदार वल्लभभाई पटेल ने गांधी जी को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि भारत की आजादी के इस विशेष दिन पर आप जरूर शामिल हों और हम सभी को अपना आशीर्वाद दें।
इस खत के जवाब में गांधी जी ने लिखा कि एक तरफ तो कुछ लोग आजादी के जश्न में डूबे होंगे, वहीं दूसरी तरफ कोलकाता में हिंदू मुस्लिम एक दूसरे की जान लेने के लिए बेकरार हैं तो ऐसे में कैसे इस जश्न में शामिल हो सकता हूं।
प्रत्येक दिन स्वाधीनता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा झंडा रोहण लाल किले से किया जाता है। लेकिन जब पहली बार 15 अगस्त वर्ष 1947 को हमारे देश में आजादी दिवस मनाया गया था तो इस दौरान झंडारोहण नहीं किया गया। कहा जाता है कि नेहरू जी ने 16 अगस्त 1947 लाल किला से झंडा फहराया।
15 अगस्त तक भारत एवं पाकिस्तान दोनों राष्ट्रों के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं किया गया था। यह फैसला 2 दिन बाद अर्थात 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा के साथ पूर्ण हुआ। भारत की आजादी के दौरान भारत का कोई भी राष्ट्रगान नहीं था। वर्ष 1911 में रबीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित राष्ट्रगान को 1950 में संविधान में मान्यता दी गई और तब से राष्ट्रगान गाया जाने लगा।
भारत का स्वतंत्रता दिवस पर कुछ वाक्य: 10 Lines on Independence Day in Hindi
- 15 अगस्त, 1947 को कड़ी मेहनत, परिश्रम और बलिदान के बाद भारत देश आजाद हुआ।
- भारत देश को आजादी दिलाने के लिए ना जानते कितने वीरों ने अपना बलिदान दिया था।
- भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 को ब्रिटीशियों से जीतने की ख़ुशी में मनाया जाता है।
- 15 अगस्त के दिन हम सभी लोग शहीदों के बलिदान को याद करते है और मोनवृत धारण करते है।
- इस दिन राष्ट्रपति लाल किले पर तिरंगा फहराते है।
- 15 अगस्त के दिन विद्यालय और कॉलेज में कई प्रकार के कार्यक्रम किये जाते है।
- स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यलयों में अवकाश होता है।
- थल सेना, वायु सेना और जल सेना मिलकर परेड निकालती है।
- इस दिन हम सभी लोग अपना दुःख दर्द और आपसी बैर भाव भुला कर इस दिन का आनंद लेते है।
- 15 अगस्त के दिन विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन,जुलुस,भाषण, देश भक्ति गीत गाये जाते हैं।
भारत के बाद आजाद हुए देश (भारत के आस पास के देश कब हुए आजाद?)
1947 के बाद आजाद होने वाले देश के नाम कुछ इस प्रकार हैं।
देश | दिन |
चीन | 1 अक्टूबर 1949 |
मलेशिया | 31 अगस्त 1957 |
बांग्लादेश | 26 मार्च 1971 |
नेपाल के बारे में रोचक तथ्य जानकर हैरान हो जाओगे आप
नेपाल एक छोटा सा पहाड़ी देश है जो हिमालय की तलहटी में बसा है| यह विश्व का एक ऐसा देश है जो कभी भी गुलाम नहीं रहा। नेपाल अपने पूरे इतिहास में हमेशा आजाद रहा है।
आपको भारत का स्वतंत्रता दिवस की कहानी पसंद आई हो तो इस जानकारी को सभी लोगों के साथ साझा करें और कमेंट के माध्यम से अपने विचार हमारे साथ प्रकट करें। इस लेख में मैंने आपको भारत का स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है के विषय में जानकारी साझा कर दी है। अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो उसे आप कमेंट के जरिए पूछ सकते हैं।
– भारत का स्वतंत्रता दिवस 2022
सर आपने मेरी बहुत help की मुझे स्वतंत्रता दिवस अवसर पर हिंदी में भाषण तैयार करना मै आपका ऋणी हु. जो आपने इतनी मूल्यवान सामग्री हम तक पहुचाई, हमे उम्मीद हैं आप आगे भी हमे इतने मूल्यवान लेख हम तक पहुचाते रहेगे.
मुझे ख़ुशी है की यह आर्टिकल आपके काम आया.
Very nice article Mr Himanshu
धन्यवाद, हर्षिता जी
Ur welcome Mr himanshu
Thanks bhaiya muja 15 Aug pe bhasan lkna ma madad kya
Welcome 🙂 Share this speech on facebook, twitter, google+ and whatsapp.
Thanks sir for your article
Be happy speech
Mujhe bhut hi help Mila esse
🙂 इस लेख को व्हाट्सएप्प इत्यादि पर शेयर अवश्य करें|
Himanshu Bhaiya apne dekha hi hoga ku6 dino pahle ku6 logo ne constitution ko jlaya Jo hamare country ki niv h esi se hmara desh run krta h. Ap btaeye ki ku6 khas log religion ke chakkr me ye kam kiye kyoki construction likhne vale ko ye psnd no krte . ap btaye ki kisi ek religion se yh desh insanity ke sath chal skta h ? Mai chahta hu ki ap es PR koi lekh likhe r apke madhyam se……….
हम भविष्य में इसके ऊपर लेख लिखेंगे|
Vry helpfull…thnk yu himanshu ji
Thanks this wonderfull speech
Nyc artical yrr
Great ArticleJai Hind
happy independence day
भारत माता की जय,
जय हिन्द
वन्दे मातरम
आपसी कलह के कारण से।
वर्षों पहले परतंत्र हुआ।।
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस।
को अपना देश स्वतंत्र हुआ।।
उन वीरों को हम नमन करें।
जिनने अपनी कुरबानी दी।।
निज प्राणों की परवाह न कर।
भारत को नई रवानी दी।।
उन माताओं को याद करें।
जिनने अपने प्रिय लाल दिए।।
मस्तक मां का ऊंचा करने।
को उनने बड़े कमाल किए।।
बिस्मिल, सुभाष, तात्या टोपे।
आजाद, भगत सिंह दीवाने।।
सिर कफन बांधकर चलते थे।
आजादी के यह परवाने।।
देश आजाद कराने को जब।
पहना केसरिया बाना।
तिलक लगा बहनें बोली।
भैया, विजयी होकर आना।।
माताएं बोल रही बेटा।
बन सिंह कूदना तुम रण में।।
साहस व शौर्य-पराक्रम से।
मार भगाना क्षणभर में।।
दुश्मन को धूल चटा करके।
वीरों ने ध्वज फहराया था।।
जांबाजी से पा विजयश्री।
भारत आजाद कराया था।।
स्वर्णिम इतिहास लिए आया।
यह गौरवशाली दिवस आज।।
श्रद्धा से नमन कर रहा है।
भारत का यह सारा समाज।।
जय हिन्द हमारे वीरों का।
सबसे सशक्त शुभ मंत्र हुआ।।
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस।
को अपना देश स्वतंत्र हुआ।
Nice Post, Jai Hind