ईद पर निबंध के इस आर्टिकल में आज में आपको बकरा ईद क्यों मानते है और मीठी ईद क्यों मानते है उसके बारे में बताने जा रहा हूँ.
ईद मुसलमानों का पवित्र व महत्वपूर्ण पर्व है. यह प्रेम मेल व भाई-चारे का पर्व है.
ईद की शाब्दिक अर्थ होता है – ख़ुशी
ईद आने पर यह सबके दिलों को खुशियों से भर देता है, रमजान के बाद आती है पवित्र ईद.
ईद कितने प्रकार की होती है?
ईद दो प्रकार की होती है:-
- मीठी ईद
- बकरा ईद
मीठी ईद को ईद-उल-फितर कहते है. 30 दिन रमजान के बाद मीठी ईद आती है.
इस दिन प्रात: नये वस्त्र पहनकर मुसलमान ईदगाह में नमाज पढ़ने जाते हैं उसके बाद सब एक दूसरे को बधाई देते हुए गले मिलते हैं.
इस अवसर पर मुसलमान घरों में मीठे पकवान बनाते है और सम्बन्धियों को मिठाई व सेवई बाँटते है व ईद मुबारक देते है.
बकरा ईद को ईद-उल-जुहा कहते हैं. यह पर्व मीठी ईद के ठीक सत्तर दिन बाद मनायी जाती है. इस दिन का अपना अलग महत्व होता है.
यह दिन कुर्बानी का दिन है. इस दिन अपने प्रिय पशु की कुर्बानी दी जाती है.
परम्परा के अनुसार इब्राहीम नामक एक पैगम्बर थे. भगवान् के दूत के आदेश पर वे अपने प्रिय पुत्र को कुर्बानी देने के लिए ले गये.
कुर्बानी देते समय भगवान् ने उसका हाथ रोक दिया. वहाँ पर उसके पुत्र के स्थान पर एक बकरा आ गया, फिर वहाँ पर बकरे की कुर्बानी दी गयी.
तब से इस दिन बकरे की कुर्बानी की कुर्बानी देने की प्रथा बन गई.
इस दिन प्रात: नमाज अदा कर लोग घरों पर आते हैं. सभी लोग गले मिलकर एक दूसरे को ईद मुबारक कहते हैं.
10 Lines on Eid in Hindi
यदि आपके घर में प्राथमिक कक्षा में पढ़ने वाला कोई बच्चा है तो उसे आप ईद पर 10 लाइन याद करवा सकते हैं। अक्सर विद्यालय में कई प्रतियोगिता कराये जाते हैं तो उसमें आपका बच्चा ईद पर 10 लाइन निबंध याद कर के बोल सकता है, इससे बच्चे की जानकारी भी बढ़ेगी और आपके बच्चे का उत्साह भी बढ़ेगा।
ईद पर निबंध 10 लाइन
- ईद मुस्लिम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे पूरे विश्व में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है।
- ईद, 30 दिनों के रोजे के बाद आता है। इन 30 दिनों के रोजे को रमज़ान कहते हैं।
- रोजे में मुस्लिम भाई पूरे दिन भूखा रहकर नमाज तथा कुरान पढ़ते हैं।
- सुबह सूरज निकलने के पहले रोजा रखा जाता है, जिसे शहरी कहते हैं।
- शाम को सूरज डूबने के बाद रोजा खोला जाता है, जिसे इफ्तारी कहते हैं।
- यह रमज़ान का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है, जिसे अरबी में पाक भी बोलते हैं।
- ईद को नमाज ईदगाह में सैकड़ों लोगों के साथ पढ़ी जाती है।
- नमाज से पहले लोग गरीबों को दान के रूप में पैसे, अनाज, नए कपड़े इत्यादि देते है जिसे फितर देना कहा जाता है।
- ईद में सेवई एक प्रमुख व्यंजन है, जो बहुत ही स्वादिष्ट और कई प्रकार के मेवे से भरपूर होता है।
- आर्य धर्म के लोग भी इस त्योहार में शामिल होना पसंद करते हैं।
यदि आपके विद्यालय में आने वाले ईद के मौके पर मेरा प्रिय त्योहार ईद पर निबंध लिखने के प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है तो आप नीचे दिये गए ईद पर निबंध Short को याद कर के लिख सकते हैं। यकीनन ही यह आपके लिए मददगार साबित होगा-
Eid Information in Hindi (Essay)
ईद मुसलमानों का पवित्र व महत्वपूर्ण त्योहार है। यह प्रेम, मेल व भाई – चारे का पर्व है। ईद का शाब्दिक अर्थ होता है – खुशी। ईद आने पर सब के दिल खुशियों से भर जाते हैं। रमज़ान के बाद आती है पवित्र ईद। ईद दो प्रकार की होती है–
- मीठी ईद
- बकरा ईद
ईद-उल फितर पर निबंध
मीठी ईद को ईद-उल-फितर कहते हैं। 30 दिन रमज़ान के बाद ईद आती है। उस दिन प्रात: नए वस्त्र पहनकर मुसलमान ईदगाह पर नमाज पढ़ने जाते हैं। उसके बाद सब एक दूसरे को बधाई देते हुए गले मिलते हैं। इस अवसर पर मुसलमान घरों में मीठे पकवान बनाते हैं। सभी संबंधियों को मिठाई व सेवइयां बाटते हैं व ईद मुबारक देते हैं।
ईद-उल-अजहा पर निबंध
बकरा ईद को ईद-उल-जुआ कहते हैं। यह ईद मीठी ईद के ठीक सतरह दिन बाद मनाई जाती है। इस दिन का अपना अलग महत्व होता है। यह दिन कुर्बानी का दिन होता है और इस दिन अपने प्रिय पशु की बलि दी जाती है। परंपरा के अनुसार इब्राहिम नामक एक पैगंबर थे, भगवान के दूतों के आदेश पर वे अपने प्रिय पुत्र की कुर्बानी देने के लिए गए। कुर्बानी देते समय भगवान ने उनका हाथ पकड़ लिया। वहां पर उनके पुत्र के स्थान पर एक बकरा आ गया। फिर वहाँ पर उस बकरे की कुर्बानी दी गई। तभी से इस कुर्बानी की प्रथा बन गई।
इस दिन प्रात: नमाज पढ़ कर लोग गले मिलकर एक दूसरे को ईद मुबारक कहते हैं। यदि आपके विद्यालय में उर्दू भाषा का विकल्प है और आप ईद उल फितर पर निबंध को उर्दू भाषा में लिखना चाहते हैं तो दोस्तों मैं आपके उर्दू में ईद पर निबंध अपडेट कर रहा हूँ, आप बस इसको याद कर लें और प्रतियोगिता के दिन इसको याद कर के ही आपके स्कूल में जाएं।
ईद पर निबंध उर्दू में
इस लेख के अंत में मैं हिमांशु आप सभी को ईद की मुबारक देते हुए यह कहना चाहूँगा कि दोस्तों 2021 ईद उल फितर आपकी बाकी वर्षों के भाँति कुछ अलग होने वाली है क्योंकि पूरा विश्व महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में हमें और आपको एक साथ मिल कर सावधानी बरतनी चाहिए और त्योहार अपने घर के अंदर ही अपने परिवार के साथ मनाना चाहिए|
ईद पर निबंध का यह आर्टिकल अब यही पर खत्म होता है और मुझे पूरी उम्मीद है की आपको जो जानकारी चाहिए थी आपको मिली होगी.
आपको यह आर्टिकल केसा लगा, या आप ईद के बारे में हमारे साथ कुछ शेयर करना चाहते हो तो आप कमेंट के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते हो.
इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें. आपको HimanshuGrewal.com की और से ईद मुबारक!
Very nice article… It really helped me in knowing about EID. ..Thanks and keep posting such wonderful articles..
🙂
Bahut hi accha Article he…Mera Blog dekhke bataye Kaisa Hai : Http:// Hindiorme. blogspot.com
बहुत ही अच्छा आर्टिकल है, इसी तरह आप इंटरव्यू लेते रहिये 🙂 एक दिन लोग आपका इंटरव्यू लेंगे
thanks bhai bahut hi achcha artical likha hai aapne
Thank You