2020 Children’s Day Poem in Hindi for Teachers
बाल दिवस की कविता को शुरू करने से पहले सभी प्यारे बच्चों को हिमांशु ग्रेवाल की और से बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज के लेख में मैं आपके साथ Children’s Day Poems in Hindi Language में साझा करने जा रहा हूँ। लेकिन कविता पढ़ने से पहले आइए थोड़ी बाते कर लेते है बाल दिवस के बारे में की बाल दिवस क्यों मनाया जाता है और बाल दिवस को मनाने का महत्व क्या है?
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर को आता है और इसी दिन को विशेष तौर पर “बाल दिवस” के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्यार था और बच्चे उन्हें “चाचा नेहरू“ पुकारते थे।
बाल दिवस बच्चों को समर्पित किया गया भारत का एक राष्ट्रीय त्योहार हैं। देश की आजादी में भी नेहरू जी का बड़ा योगदान था। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने देश का उचित मार्गदर्शन किया था। दरअसल बाल दिवस की नींव 1925 में रखी गई थी, जब बच्चों के कल्याण पर “विश्व कांफ्रेंस” में बाल दिवस मनाने की सर्वप्रथम घोषणा हुई। भारत के स्वतंत्र होने के बाद 1954 में दुनिया भर में इसे मान्यता मिली।
बाल दिवस बच्चों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि इस दिन स्कूली बच्चे बहुत खुश दिखाई देते हैं। वे इस दिन सज-धज कर अपने विद्यालय में जाते है क्योंकि विद्यालयों में बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते है और वो उनमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है और फिर वे अपने चाचा नेहरू को प्रेम से स्मरण करते हैं। कई जगह तो बाल मेले भी आयोजित होते है जिसमें बच्चे अपनी बनाई हुई वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाते हैं और इसमें बच्चे अपनी कला का प्रदर्शन करते है जैसे नृत्य, गान, नाटक आदि प्रस्तुत किए जाते हैं। कई बच्चे नुक्कड़ नाटकों के द्वारा अपना प्रदर्शन देते है और आम लोगों को शिक्षा का महत्व उस नाटक के माध्यम से सभी लोगों को बताते हैं।
हम सभी जानते है कि बच्चे देश का भविष्य है और इसीलिए हमें सभी बच्चों की शिक्षा की तरफ ध्यान देना चाहिए। खास तौर पर बाल श्रम रोधी कानूनों को सही मायनों में पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए। अनेक कानून बने होने के बावजूद बाल श्रमिकों की संख्या में वर्ष दर वर्ष वृद्धि होती जा रही है। इन बच्चों का सही स्थान कल-कारखानों में नहीं बल्कि स्कूल हैं।
चलिये दोस्तों, अब हम लेख के शीर्षक की और चलते है और पढ़ते है बाल दिवस पर कविता को।
नोट: अगर आपको यह चिल्ड्रेन्स डे हिंदी पोएम अच्छी लगे तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ सोश्ल मीडिया पर शेयर करना न भूले।
Children’s Day Poems in Hindi
हिंदी कविता बचपन
बचपन है ऐसा खजाना
आता है न जो दोबारा
मुश्किल है इसको भुलाना
वो खेलना, कूदना और खाना,
मोज मस्ती में बलखाना!
वो माँ की ममता, वो पापा का दुलार,
भुलाए ना भूले, वो सावन की फुहार!
मुश्किल है इसको भुलाना…..
वो कागज की नाव बनाना
वो बारिश में खुद को भीगना!
वो झूले झुलना और मुस्काना,
वो पतंगों का उड़ना उड़ना!
मुश्किल है इसको भुलाना…..
वो यारों की यारी में सब भूल जाना,
और डंडे से गिल्ली को दूर उड़ना!
वो होमवर्क से जी चुराना,
और टीचर के पूछने पर बहाने बनाना!
मुश्किल है इसको भुलाना….
वो एग्जाम में रटते लगाना,
फिर रिजल्ट के डर से घबराना!
वो दोस्तों के साथ साईकिल चलाना
वो छोटी-छोटी बातो पर रूठ जाना
मुश्किल है इसको भुलाना….
वो माँ का प्यार से मनाना
वो पापा के साथ घुमने जाना
और पिज्जा और बर्गर खाना
याद आता है अब वो जमाना,
बचपन है ऐसा खजाना,
मुश्किल है इसको भुलाना…
Children’s Day Poems From Teachers in Hindi
नेहरू चाचा तुम्हें सलाम अमन-शांति का दे पैगाम जग को जंग से बचाया हम बच्चों को भी मनाया जन्मदिवस बच्चों के नाम नेहरू चाचा तुम्हें सलाम देश को दी हैं योजनाएं लोहा और इस्पात बनाए बांध बने बिजली निकाली नहरों से खेतों में हरियाली प्रगति का दिया इनाम नेहरू चाचा तुम्हें प्रणाम
Best Poem on Chacha Nehru in Hindi
चाचा नेहरू प्यारे थे
चाचा नेहरु प्यारे थे
चाचा नेहरु प्यारे थे,
भारत माता के राजदुलारे थे!,
देश के पहले पधानमंत्री थे,
स्वतंत्रता के सैनानी थे!
अचकन में फूल लगाते थे,
हमेशा ही मुस्काते थे!
बच्चो से प्यार जताते थे!
चाचा नेहरु प्यारे थे!
देश विदेश यह घूमते थे,
बहुत सारी जानकारी प्राप्त करते थे,
फिर भी अपने देश से यह प्यार करते थे!
चाचा नेहरु राजकुमारे थे!
बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते।
चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते है॥
एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा।
भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥
सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का।
भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥
बाल दिवस की कविता
पंडित जवाहरलाल नेहरू जी पर कविता मुश्किल है बचपन को भुलाना
वो यारों की यारी में सब भूल जाना और डंडे से गिल्ली को दूर उड़ाना वो होमवर्क से जी चुराना और टीचर के पूछने पर बहाने बनाना मुश्किल है बचपन को भुलाना वो एग्जाम में रट्टे लगाना, फिर रिजल्ट के डर से घबराना! वो दोस्तों के साथ साईकिल चलाना! वो छोटी-छोटी बातो पर रूठ जाना मुश्किल है बचपन को भुलाना
बाल दिवस पर हास्य कविता हिंदी में बाल दिवस है आज साथियों
बाल-दिवस है आज साथियो, आओ खेलें खेल । जगह-जगह पर आज मची है, खुशियों की रेलमपेल । वर्षगाँठ चाचा नेहरू की, फिर से आई है आज… उन जैसे नेता पर पूरे भारतवर्ष को है नाज। दिल से इतने भोले थे वो, जितने हम नादान, बूढ़े होने पर भी मन से थे वे सदा जवान । हमने उनसे मुस्काना सीखा, सारे संकट झेल हम सब मिलकर क्यों न रचाए ऐसा सुख संसार जहां भाई भाई हों सभी, छलकता रहे प्यार, न हो घृणा किसी ह्रदय में, न द्वेष का वास, न हो झगडे कोई, हो अधरों का हास, झगडे नहीं परस्पर कोई, सभी का हो आपस में मेल, पड़े जरूरत देश को, तो पहन लें हम वीरों का वेश, प्राणों से बढ़कर प्यारा है हमें अपना देश, दुश्मन के दिल को दहला दें, डाल कर नाक नकेल बाल दिवस है आज साथियों, आओ खेलें खेल…
Poem on Children’s Day in Hindi For Teacher
बाल दिवस पर कवितायें
कितनी प्यारी दुनिया इनकी, कितनी मृदु मुस्कान। बच्चों के मन में बसते हैं, सदा, स्वयं भगवान। एक बार नेहरू चाचा ने, बच्चों को दुलराया। किलकारी भर हंसा जोर से, जैसे हाथ उठाया। नेहरूजी भी उसी तरह, बच्चे-सा बन करके। रहे खिलाते बड़ी देर तक जैसे खुद खो करके। बच्चों में दिखता भारत का, उज्ज्वल स्वर्ण विहान। बच्चे मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान। बच्चे यदि संस्कार पा गए, देश सबल यह होगा। बच्चों की प्रश्नावलियों से, हर सवाल हल होगा। बच्चे गा सकते हैं जग में, अपना गौरव गान। बच्चे के मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान।
Children’s Day Poems in Hindi
कितनी प्यारी दुनिया इनकी, कितनी मृदु मुस्कान। बच्चों के मन में बसते हैं, सदा, स्वयं भगवान। एक बार नेहरू चाचा ने, बच्चों को दुलराया। किलकारी भर हंसा जोर से, जैसे हाथ उठाया। नेहरूजी भी उसी तरह, बच्चे-सा बन करके। रहे खिलाते बड़ी देर तक जैसे खुद खो करके। बच्चों में दिखता भारत का, उज्ज्वल स्वर्ण विहान। बच्चे मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान। बच्चे यदि संस्कार पा गए, देश सबल यह होगा। बच्चों की प्रश्नावलियों से, हर सवाल हल होगा। बच्चे गा सकते हैं जग में, अपना गौरव गान। बच्चे के मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान।
Bal Diwas Kavita in Hindi 2020
आता हैं हर वर्ष ये दिन झूमे नाचे बच्चे संग-संग देते चाचा नेहरु को श्रद्धांजलि हम थे यह देश के पहले प्रधानमंत्री करते थे बच्चों से प्यार हर जयंती पर होता बच्चो का सत्कार कच्ची मिट्टी हैं बच्चो का आकार सच्चे साँचे में ढले यही हैं दरकार ना हो अन्याय से भरा इनका जीवन प्रतिज्ञा करो न करोगे बाल शोषण नन्ही सी कलि हैं ये भारत का खिलता कमल हैं ये बाल दिवस पर हैं इन्हें सिखाना जीवन अनमोल हैं यूँही ना गँवाना देश के भविष्य हो तुम शक्तिशाली युग की ताकत हो तुम "जय हिन्द जय भारत"
बाल दिवस कविता हिंदी में पोएम
बाल-दिवस है आज साथियो, आओ खेलें खेल । जगह-जगह पर मची हुई खुशियों का सेलाब । जन्म,दिंनाक चाचा नेहरू की फिर आई है आज | उन जैसे नेता पर सारे भारत को है सान । वह दिल से भोले थे इतने, जितने हम नादान, बूढ़े होने पर भी मन से वे थे सदा जवान । हम उनसे सीखे मुसकाना, सारे संकट झेल । हम सब मिलकर क्यों न रचाए ऐमा सुख संसार भाई-भाई जहां सभी हों, रहे छलकता प्यार । नही घृणा हो किसी हृदय में, नहीं द्वेष का वास, आँखों में आँसू न कहीं हों, हो अधरों पर हास । झगडे नही परस्पर कोई, हो आपस में मेल । पडे जरूरत अगर, पहन ले हम वीरों का वेश, प्राणों से भी बढ़कर प्यारा हमको रहे स्वदेश । मातृभूमि की आजादी हित हो जाएं बलिदान, मिट्टी मे मिलकर भी माँ की रखे ऊंची शान । दुश्मन के दिल को दहला दें, डाल नाक-नकेल । बाल दिवस है आज साथियो, आओ खेलें खेल ।
14 November Poem in Hindi
14 नवंबर पर कविता
बच्चों हम आज बताते हैं यह बाल दिवस क्या होता यह बाल दिवस क्यों होता। ये तो तुम सबने सुना ही होगा दुनिया राम चलाते हैं बैकुंठ छोड़कर बच्चे बन भगवान धरा पर आते हैं जिनको छल कपट नहीं आते भगवान वहीँ पर रम जाते हैं इसलिये तो बच्चे दुनिया में भगवान का रूप कहालते हैं। बच्चो हम आज बताते हैं यह बाल दिवस क्या होता यह बाल दिवस क्यों होता ||
Children’s Day Speech in Hindi For Teachers
कितनी प्यारी दुनिया इनकी, कितनी मृदु मुस्कान। बच्चों के मन में बसते हैं, सदा, स्वयं भगवान। एक बार नेहरू चाचा ने, बच्चों को दुलराया। किलकारी भर हंसा जोर से, जैसे हाथ उठाया। नेहरूजी भी उसी तरह, बच्चे-सा बन करके। रहे खिलाते बड़ी देर तक जैसे खुद खो करके। बच्चों में दिखता भारत का, उज्ज्वल स्वर्ण विहान। बच्चे मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान। बच्चे यदि संस्कार पा गए, देश सबल यह होगा। बच्चों की प्रश्नावलियों से, हर सवाल हल होगा। बच्चे गा सकते हैं जग में, अपना गौरव गान। बच्चे के मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान।
यह थी कुछ कविता चिल्ड्रेन्स डे के उपलक्ष पर।
बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरू की स्मृति में बाल दिवस को देश के सभी विद्यालयों में मनाया जाता है। भारत के इतिहास में अनेक महापुरुषों की कहानियां दर्ज हुई है और उन्हीं में से एक थे पंडित नेहरू जो एक महान राजनेता होने के साथ-साथ स्वभाव से भी एक उच्च कोटि के व्यक्ति माने जाते थे। बच्चों के प्रति नेहरू के मन में असीम प्रेम-लगाव की वजह से बच्चों द्वारा उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारा जाता था इसलिए 1964 में मरणोपरांत पंडित नेहरू की जन्म तिथि को बाल दिवस के रूप मे मनाया जा रहा है।
10 Lines on Children’s Day 2020 in Hindi for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6
- हर साल नवंबर माह की 14 तारीख को पूरा भारत वर्ष बाल दिवस को बच्चों के संग खुशियां बांटने के लिए मनाता है।
- बाल दिवस पंडित नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है।
- देश की आजादी से पूर्व तथा उसके बाद भी पंडित नेहरू भारतीय राजनीति के केंद्र बिंदु थे! जिन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- पंडित नेहरू को बच्चों से असीम लगाव होने के कारण वे अपना खाली समय बच्चों के साथ बिताते थे।
- बच्चों द्वारा पंडित नेहरू को प्यार से चाचा नेहरू कहकर संबोधित किया जाता था।
- पहली बार 20 नवंबर 1959 को भारत में बाल दिवस मनाया गया। वर्ष 1964 में पंडित नेहरू की मृत्यु के बाद उनकी जन्मतिथि को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा।
- देश के सभी स्कूलों में तथा अन्य शिक्षण संस्थानों में कई दशकों से बाल दिवस मनाया जा रहा है।
- इस मौके पर बच्चों में खुशी उमंग, उत्सुकता लाने के लिए विभिन्न स्थानों पर बच्चों के लिए डांसिंग, ड्राइंग, राइटिंग कंपटीशन इत्यादि आयोजित किए जाते है।
- नेहरू जी की शर्ट में हमेशा ही लाल गुलाब दिखाई देता था जिसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
- नेहरू के वाक्यों में बच्चे देश के आने वाले भविष्य हैं अतः हमें बच्चों की अच्छी शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
Children’s Day India: Know everything about Bal Diwas in Hindi
चिल्ड्रंस डे बच्चों की खुशी हेतु मनाया जाने वाला एक दिवस है। पंडित नेहरू की याद में बच्चों को समर्पित इस दिन के अवसर पर घर पर जहां बच्चों की पसंदीदा एक्टिविटी की जाती है। जैसे बच्चों को पिकनिक लेे जाना, उन्हें उनके पसंदीदा TV Show, Cartoon दिखाना और इस तरह मजेदार अंदाज में बाल दिवस को मनाने के साथ साथ इस दिन बच्चों को जीवन में शिक्षा का महत्व भी बताया जाता है। साथ ही इस मौके पर बच्चों को उनके पसंदीदा कार्यों जैसे पेंटिंग, ड्राइंग इत्यादि करवाकर उनकी Creativity को देखा जाता है।
इस मौके पर कोई राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता अतः विद्यालय में बच्चों के इस दिन को खास बनाने के लिए कई तरह के बाल कार्यक्रम (सिंगिंग, डांसिंग प्रतियोगिता) आयोजित की जाती है। इन प्रतियोगिताओं में बच्चे बड़ी संख्या में हिस्सा लेते है और खूब आनंदित महसूस करते हैं।
बच्चों के लिए बेहद यादगार इस पर्व की शुरुआत प्रातः काल चिल्ड्रंस डे की स्पीच के साथ की जाती है जिसमें बच्चों एवं टीचर्स द्वारा बच्चों को चिल्ड्रंस डे का महत्व बताया जाता है। यह दिवस बच्चों के लिए इसलिए भी खास होता है क्योंकि स्कूली जीवन में मात्र यह एक ऐसा दिन होता है जिस दिन बच्चों के लिए खेलकूद मनोरंजन जैसे क्रियाकलाप स्कूल में आयोजित किए जाते हैं।
Happy Children’s Day Shayari in Hindi
कविताओं एवं कोट्स को पढ़ने के बाद अब बारी आती है बाल दिवस शायरी की, क्योंकि नन्हे बच्चों के लिए यह दिवस किसी त्योहार से कम नहीं होता। तो पेश है चिल्ड्रंस डे पर लिखी गई कुछ शानदार शायरियां जिनको आप इस बाल दिवस पर WhatsApp Groups पर एवं Social Media पर साझा कर सकते हैं।
Bal Diwas Shayari in Hindi | बाल दिवस पर शायरी
वो बचपन के दिन थे, वो बहुत सुहाने थे, बैचैनी से न था कोई नाता, गुस्सा तो कभी न था आता।
हम एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं, जो खूबसूरती, आकर्षण और चुनौतियों से भरी हुई है, यदि हम मन की आंखो से देखें तो यहां रोमांच का कोई अंत नहीं है।
आज दिन है उन बच्चों का, कोमल मन का और कच्ची कलियों का, मन के अच्छे ये प्यारे बच्चे, चाचा नेहरु के दुलारे थे सभी बच्चे।
फूलों के जैसे महकते है बच्चे, ये पंछी के जैसे चहकते है, सूर्य की भांति चमकते है, तितली के जैसे मचलते हैं.
माँ की कहानियों और परियों का फ़साना था, बालपन में लगता हर मौसम सुहाना था।
History of Children’s Day in Hindi
भारत में बाल दिवस का इतिहास काफी पुराना है। बाल दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1959 में ही हो गई थी जब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू सत्ता पर आसीन थे। पंडित नेहरू बच्चों के अत्यंत करीबी थे। वे एक ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ प्रधानमंत्री होने के साथ साथ स्वभाव से अत्यंत विनम्र व्यक्ति भी थे। जिनके मन में बच्चों के प्रति लगाव के कारण बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे।
बता दें शुरुआत में 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था परंतु वर्ष 1964 में अचानक पंडित नेहरू की तबीयत बिगड़ने से हुए उनके निधन के पश्चात उनकी जन्म तिथि को ही आने वाले वर्षों में बाल दिवस के तौर पर मनाए जाने का निर्णय लिया गया और तभी से भारत के सभी स्कूलों में आज भी बाल दिवस प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को ही मनाया जा रहा है।
आपको बाल दिवस पर कविता कैसी लगी हमको कमेंट करके जरूर बताए और अगर आपके पास कोई कविता है तो आप कमेंट में वो कविता हमारे साथ शेयर कर सकते हो और हाँ जैसे की मैंने ऊपर कहां की अगर आपको यह हिंदी कविता अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ social media पर शेयर करना न भूले।
हैप्पी बाल दिवस 🙂
– Children’s Day Poems in Hindi 2020
बहुत ही सुन्दर रचना on behalf of Children’s Day । …… अति सुन्दर प्रस्तुति। 🙂 🙂
Thanks for sharing this.
अगर आपको children’s day की यह poem अच्छी लगी तो इसको आप सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करे|
Nice poem…mr.himansu grewal nice think
really this poem is ossum! पड़ते ही पूरा बचपन याद आ गया ॥
thanks for giving such a nice poem Mr. Himanshu Grewal
🙂 Please share this poem with your whatsapp friends and family.
So nice line
Very nice poem. Loved it!!!!
Please is poem ko share Jarur Kare. 🙂
Very good poem
Thanks
IT’S VERY NICE POEM
SO, THANKS
🙂 please share this poem on facebook, twitter and google+ 🙂
Wow great poem. Thanks a nice idea giving you fo me for children’s day.
welcome komal 🙂
very nice
some real words from everyone childhood…..
Very nice
Very nice ek aur poem likhe
जरुर| 🙂
very lovely poem i wish i could get my those days again
वो बचपन की यादे
वो बचपन की बहार
वो माँ की दुलार
कितना pyaar है ये बचपन न यार
बाल दिवस कि सभी को बहुत – बहुत शुभकामनाएँ
भारत माता की जय
vande maa tarm
I like this poem 2much. Seriously bachpan is very beautiful . Plss come back . Himanshu grewal very nice work
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Bahut khub surat likha h bhai
wonderful poems…
like it so much…
Very very nice poem
Nice poem…
Very very nice
nice poem
Very nice great work Mr. Grewal…