आज के इस लेख में हम भारत के बुजुर्गों के साथ हो रहे समस्या को सुलझाने या खत्म करने के लिए तेलंगाना गवर्मेंट द्वारा चलाई गई आसरा पेंशन योजना क्या हैं (Aasara Pension Scheme) के बारे में जानेंगे|
भारतीय समाज में बुजुर्गों का हमेशा से एक सम्मानीय स्थान रहा है, एक मार्गदर्शक और पारिवारिक मुखिया होने के नाते जो सम्मान बुजुर्गों को मिलता था, उसमे धीरे धीरे कमी आ रही है|
उनके अनुभव को अमूल्य पूंजी समझने वाला समाज अब इनके प्रति बुरा बर्ताव भी करने लगा है, हेल्पेज इंडिया (HelpAge India) के एक सर्वे में इसी तरह की बातें सामने आयीं हैं|
इस साल के “वर्ल्ड एल्डर एब्यूज अवेयरनेस डे” के अवसर पर हेल्पेज इंडिया ने बुजुर्गों की स्थिति पर एक सर्वे किया है, जिससे पता चलता है कि भारत में भी बुजर्गों के साथ बहुत शर्मनाक व्यवहार होने लगा है|
यह अध्ययन देश के 19 छोटे बड़े शहरों में साढ़े चार हजार से अधिक बुजुर्गों के साथ बुरा व्यवहार किया गया है| बेंगलुरु, हैदराबाद, भुवनेश्वर, मुंबई और चेन्नई ऐसे शहर पाये गये, जहां सार्वजनिक स्थानों पर बुजुर्गों से सबसे बुरा बर्ताव होता है|
बेंगलुरु के 70 फीसदी बुजर्गों ने बताया कि उनको सार्वजनिक स्थान पर बुरे व्यवहार का सामना करना पड़ता है, हैदराबाद में यह आंकड़ा 60 फीसदी, गुवाहाटी में 59 फीसदी और कोलकाता में 52 फीसदी है|
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Telangana Aasara Pension Scheme Details in Hindi
बुजुर्गों के सम्मान के मामले में दिल्ली सबसे आगे दिखी, जहां सिर्फ 23 फीसदी बुजुर्गों को सार्वजनिक स्थान पर बुरे व्यवहार का सामना करना पड़ता है|
इस समस्या का कारण मालूम करने पर ज्ञात हुआ कि जीवन की भागदौड़ में बुजुर्गों की उपेक्षा लगातार बढ़ती जा रही है, भारत में संयुक्त परिवार व्यवस्था का चरमराना बुजुर्गों के लिए नुकसानदायक साबित हुआ है|
सर्वे में शामिल 64 फीसदी बुजुर्गों का मानना है कि उम्र या सुस्त होने की वजह से लोग उनसे रुखेपन से बात करते हैं, मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला का कहना है कि बुजुर्गों के प्रति दुर्व्यवहार के मुख्य कारणों में समय का अभाव और एकल परिवार है|
सर्वेक्षण रिपोर्ट “भारतीय समाज अपने बुजुर्गों के साथ कैसे व्यवहार करता है” को जारी करने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा कि भावनात्मक कमी को पूरा करने के लिए आज के युवा समय नहीं निकाल पाते हैं|
गांधीवादी चिंतक डॉ रजी अहमद बुजुर्गों के प्रति उपेक्षा के लिए पुरानी परंपराओं के पतन को जिम्मेदार मानते हैं| उनके अनुसार बेटी एवं बहू में फर्क करने की पारिवारिक एवं सामाजिक व्यवस्था भी इसके लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है|
इन सभी समस्या को मध्य नजर रखते हुए हैदराबाद के तेलंगाना सरकार ने वृद्धों को दिये जाने वाले “आसरा पेंशन“ संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है।
इस बार आयु सीमा निर्धारण के लिए वोटर कार्ड को प्रामाणिक माना गया है।
आयु सीमा में बदलाव लाने के पीछे का मुख्य कारण यह भी है कि अब के व्यक्ति ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाते हैं और जैसे ही उनका शरीर ढ़लने लगता है उनको ऊपर बताई गई समस्या का सामना करना पड़ता है वही बाकी अन्य पेंशन के नियम जैसे पहले थे वैसे जैसे ही रहेंगे।
हैदराबाद के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने वर्ष 2018 के चुनाव के दौरान आसरा पेंशन योजना के लाभान्वितों की आयु सीमा को 65 से घटाकर 57 साल करने का चुनावी घोषणापत्र में उल्लेख किया था।
इसी क्रम में विधानसभा चुनाव के बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति ने पूर्ण बहुमत हासिल किया, और चुनाव के दौरान हो रही बातों को महत्व देते हुए नए नियम जारी किए|
अन्य सरकारी योजना ⇓
आसरा पेंशन स्कीम के नए नियम – Aasara Pension Scheme in Hindi
- आसरा पेंशन योजना के नये नियम के अनुसार, 57 साल पार कर चुके सभी लोग आसरा पेंशन के लिए योग्य होंगे।
- इसके लिए व्यक्ति का जन्म 1953 से 1961 के बीच होना चाहिए।
- आयु सीमा निर्धारण के लिए वोटर कार्ड को प्रामाणिक माना जाएगा।
- व्यक्ति के पास असिंचित भूमि 7.5 एकड़ और सिंचित भूमि 3 एकड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- साथ ही आवेदन करने वाले ग्रामीण व्यक्ति के परिवार की वार्षिक आय 1.5 लाख और शहरी व्यक्ति के परिवार की आय 2 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- पेंशन चाहने वाले लाभान्वितों के बच्चे डॉक्टर, ठेकेदार, व्यापारी या अन्य किसी पेशे में नहीं होनी चाहिए, इसके साथ ही बड़े-बड़े व्यापारी (आयल मिल, राइस मिल, पेट्रोल पंप या दुकान) नहीं होनी चाहिए।
- सेवा निवृत्त कर्मचारी और स्वतंत्रता सेनानी का पेंशन लेने वाले व्यक्ति आसरा पेंशन के लिए अयोग्य होंगे।
- लाभान्वितों के पास एक भी बड़े वाहन नहीं होनी चाहिए।
- जो व्यक्ति आईटी रिटर्न जमा करता है ऐसे व्यक्ति भी अयोग्य होंगे।
- गरबी रेखा से ऊपर रहने वाले अयोग्य होगे।
- आसरा पेंशन पाने वालों के बच्चे सरकारी, निजी, आउटसोर्सिंग या ठेका कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
भारतीय योजनाएं ⇓
Information About TS Aasara Pension Scheme in Hindi
आसरा पेंशन के योजना के तहत होगी चयन प्रक्रिया ⇓
आसरा पेंशन के लिए वोटर कार्ट में 19 नवंबर 2018 तक 57 से 64 बीच आयु होनी/रहनी चाहिए।
गांवों में और शहरों में बिल कलेक्टर उन लाभान्वितों का चयन करेंगे जिनको आसरा पेंशन स्कीम देनी है।
लाभान्वितों के चयन के बाद सूची को गांव/वार्ड सभाओं में प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान आने वाले आपत्तियों को स्वीकार किये जाएंगे।
आपत्तियों की जांच के बाद नई सूची तैयार की जाएगी।
Aasara Pension Amount Information in Hindi
Sl.No | Category | Monthly Pension Amount (Rs.) |
1 | Old Age | 1000 |
2 | People with HIV-AIDS | 1000 |
3 | Widows | 1000 |
4 | Incapacitated weavers | 1000 |
5 | Toddy Peppers | 1000 |
6 | Disabled | 1500 |
Documents Required to Apply for Aasara Pension in Hindi
आसरा पेंशन योजना से जुड़ने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ |
- आधार कार्ड नंबर
- बैंक अकाउंट नंबर
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
लाभान्वितों के आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता नंबर और फोटो को ग्रामपंचायत के सचिव/बिल कलेक्टर एकत्रित करेंगे।
गांवों में एमपीडीओ और शहरों में मुंसीपल कमीशनर लाभान्वितों की सूची को जिलाधीश के पास भेजेंगे।
इसके बाद अंतिम सूची को एमपीडीओ/मुंसीपल कमीशनर आसरा साफ्टवेयर में अपलोड करेंगे।
तो दोस्तो मैं अब इस लेख का अंत यही पर कर रहा हूँ, आशा है इस लेख के माध्यम से आपको Aasara Pension Scheme से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त हुई होगी|
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इस लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका तहे दिल से धन्यवाद|
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